बक्सवाहा के जंगल को काटने से कैसे रोका जा सकता है। सरकार को भी झुकना पड़ जाएगा जरूर पढ़े और लोगो तक पहुंचाएं जिससे सरकार के अपने गलत निर्णय को रोकना पड़े।

‌कोरोना की इस महामारी में सभी ने हर प्रकार की समस्याओं को देख ही होगा उन सभी समस्याओं में से एक समस्या कोरोना कि दूसरी लहर में हर किसी ने देखी है और वह समस्या है ऑक्सीजन की ना जाने कितने घरों के चिराग ऑक्सीजन की कमी से बुझ गए । ऑक्सीजन की कमी आज इतनी बड़ी समस्या के रूप में सबके सामने होगा किसी ने सोचा नहीं था। कुछ समय पहले मध्य प्रदेश राज्य सरकार के एक ऐसा फैसला लिया जिससे लोगों में बहुत आक्रोश है चलिए जानते है वह क्या है .....
‌देश के सबसे बड़े हीरा भंडार की खोज मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के बक्सवाहा जंगल में की गई है भंडार के लिए 382.131 हेक्टेयर जंगल को काटना होगा यानी कम से कम 2 से 2.5 लाख पेड़ों को काटा जाएगा जिसमें 40- 50 हजार सागौन के पेड़ होंगे इसके अलावा पीपल, केम, तेंदू, जामुन, अर्जुन जैसे औषधि पेड़ों को भी काटा जाएगा।
‌ भारत में हीरे का सबसे बड़ा भंडार पन्ना जिले में पाया जाता था लेकिन अब बक्सवाहा के जंगलों में इसकी खोज हुई यहां पन्ना से 15 गुना ज्यादा हीरे का भंडार होने की संभावना है इसका पता बंदर डायमंड प्रोजेक्ट के तहत बक्सवाहा का सर्वे आज से 20 साल पहले किया गया था तथा 2 साल पहले ही इसकी पूरी रिपोर्ट मध्य प्रदेश सरकार को सौंपी गई और प्रदेश सरकार ने आंशिक रूप से इसकी नीलामी कि जिसे आदित्य बिरला समूह की एक माइनिंग इंडस्ट्री ने सबसे ज्यादा बोली लगाकर इसे 50 सालों के लिए लीज पर ले रही है
कैसे रोका जा सकता है जंगल को काटने से
जनहित याचिका - सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट में जनहित याचिका लगा कर इतने बड़े जंगल को काटने से रोका जा सकता है जनहित याचिका सार्वजनिक मुद्ददो पर ही लगाई जाती है कोई व्यक्ति विशेष या कोई समुदाय केंद्र सरकार ,राज्य सरकार, किसी समुदाय,नगर परिषद ,नगर पालिका किसी भी फैक्ट्री से यदि कोई समस्या हो रही है तो उस पर जनहित याचिका को हाई कोर्ट यह सुप्रीम कोर्ट में लगा सकते हैं
यदि सभी लोग एक होकर मध्यप्रदेश हाईकोर्ट में जनहित याचिका लगा दे तो सरकार को अपना फैसला बदलना पड़ेगा और यदि हाई कोर्ट ने इसे खारिज कर दिया तो फिर इस जनहित याचिका को सुप्रीम कोर्ट में भी लगा सकते हैं इसके लिए हम सब को एक होना पड़ेगा और अनुशासन के साथ आगे बढ़ना होगा

जनहित याचिका से मिली फायदे

जनहित याचिका जब से लगना शुरू हुई है तब से बहुत सारे ऐसे घोटाले जैसे कि बिहार का चारा घोटाला, हवाला कांड, यूरिया घोटाला ,दिल्ली की सरकारी भवनों का आवंटन घोटाला ऐसे ही बड़े-बड़े घोटाले जनहित याचिका लगाने के कारण ही सबके सामने आए हैं यदि जनहित याचिका नहीं लगाई जाती तो इतने बड़े-बड़े घोटाले आज हमारे सामने नहीं आते।
यदि इन जंगलों को काटने से नी रोका गया तो ये हाल होगा कुछ सालो बाद......
एक पुरानी कहावत है गांव से बड़ी बरात नहीं होती
 सभी लोगो को एक साथ होना होगा जिससे सरकार को झुकना ही पड़े यदि ये अभी नहीं किया गया तो बहुत देर हो जायेगी।

मेरे विचार
प्रतीक ताम्रकार

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